रोली त्रिपाठी जी
डिजिटल माँ
माँ अपने आप में बहुत तकनीक जानती हैं और उन्हें पंख देता है आज का डिजिटल वर्ल्ड। बच्चे की पढाई से लेकर उनकी फरमाइश तक टेक्नोलॉजी ने बहुत हेल्प किया है। लॉकडाउन के टाइम में तो इंटरनेट ने संजीवनी बूटी जैसा काम किया है। एक आम हाउसवाइफ से लेकर टेक्निकल मदर तक सबकी गाइड-कम-फ्रेंड भी बना डिजिटल वर्ल्ड। लेकिन बच्चों को इसके हानि-लाभ बताना और अप्लाई करना इतना आसान नहीं है। एक टेक्निकल पर्सन होने की वजह से मुझे ऐप लॉक और सिक्योरिटी हैंडलर्स समझने में मुश्किल नहीं हुई पर ये जरूर कह सकती हूँ मम्मियों ने यहाँ भी बाज़ी की है। लर्निंग के नए पैटर्न्स, किचन, घर, शॉपिंग, फ़ाइनेंस मैनेजमेंट, हर फील्ड में बेहतर सुझाव मिलता है इंटरनेट से, जो बनाता है एक आम सी माँ को डिजिटल माँ। अब मम्मी का टैलेंट भी यूट्यूब और सोशल मीडिया के जरिये निखार के आ रहा है और बढ़ा रहा है उनमे "आत्मविश्वास"।