कुसुम मिश्रा जी
डिजिटल माँ
मुझे आज भी वो समय याद है जब मेरी बेटी रानी बाहर पढ़ने गई थी। उससे वीडियो कॉल पर बात करने के लिए मुझे रानी के पापा का इंतजार शाम तक करना पड़ता था। आज मेरे पास स्मार्टफोन है जिसकी मदद से मैं आसानी से वीडियो कॉल पर बात कर लेती हूं। इसके साथ ही तमाम सोशल मीडिया जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम और मैसेजिंग एप्लीकेशन व्हाट्सएप के जरिए मैं अपने दोस्तों रिश्तेदारों से जुड़ी रहती हूं।
कभी कोई नई डिश देखनी हो तो यूट्यूब की मदद लेकर बना लेती हूं, जिस से घर के लोग काफी प्रभावित होते हैं। इंटरनेट का इस्तेमाल करके मैं ब्यूटी टिप्स भी लेती हूं और दूसरों को बताती भी हूं। इस डिजिटल दुनिया ने मेरे जीवन में एक अलग रंग भर दिया है।