कोविड-19 की वजह से स्कूल, इंस्टीट्यूशंस और कोचिंग सेंटर को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हम पूरी कोड्स-जेस्चर टीम की तरफ से ऐसी परिस्थिति में छोटे और मझोले स्कूल, इंस्टीट्यूशंस और कोचिंग सेंटर को किस तरीके से बाहर निकाला जाए इसके बारे में एक वृहद डिस्कशन किया है।
कोड्स-जेस्चर निरंतर ही समाज में तकनीक और आईटी के इस्तेमाल से आगे बढ़ने को लेकर प्रेरित करता रहता है। साथ ही स्कूल, इंस्टीट्यूट और कोचिंग सेंटर के लिए भी हमने एक अच्छी योजना निकाली है। वर्तमान समय में लोगों ने आईटी की सबसे लोकप्रिय इकाई यूट्यूब और व्हाट्सएप के माध्यम से शिक्षा दूर बैठे स्टूडेंट्स को देने के लिए खूब इस्तेमाल किया है। पर क्या आप लोगों ने कभी सोचा की यह दोनों पोर्टल यूट्यूब और व्हाट्सएप पढ़ाई के साथ साथ मनोरंजन के लिए भी इस्तेमाल किए जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में अगर आप इन माध्यमों का इस्तेमाल शिक्षा के लिए करेंगे तो आपके स्टूडेंट्स का कंसंट्रेशन पढ़ाई की तरफ ना जाकर अन्य साधनों पर चला जाएगा।
ऐसा नहीं है कि महज यही समस्या है। हम इन पोर्टलों की खामियों के बारे में ना बात करके सीधा मुद्दे पर आते हैं। और बात करते हैं कि किस तरीके से आप कुछ आसान तरीकों का इस्तेमाल करके दूर बैठकर भी शिक्षा की गुणवत्ता को बरकरार रख सकते हैं और साथ ही साथ विद्यार्थियों का आंकलन भी कर सकते हैं।
समस्या: विद्यार्थी की दुरगति
प्रत्येक स्कूल में काफी सारी कक्षाएं होती हैं। और उन कक्षाओं में कई सारे सेक्शन भी होते हैं और उन्ही सेक्शन में खूब सारे बच्चे होते हैं जो कि ढेरों विषयों की पढ़ाई करते हैं। ऐसी परिस्थिति में अगर हम होमवर्क को एक-एक बच्चे को हर विषय के आधार पर उनके फोन पर व्हाट्सएप से भेजेंगे। तो हर विषय के लगभग 10 से 12 चित्र और खूब सारे लिखित सामाग्री भी होगी। ऐसी परिस्थिति में प्रतिदिन बच्चे के व्हाट्सएप पर कम से कम 70 से 80 चित्र और 120 से 130 लिखित सामग्री पहुंचेगी। और यह आंकड़ा हम रोजाना का बता रहे हैं। कभी इस समस्याओं को विद्यार्थियों के दृष्टिकोण से सोचिए कि इतने सारे चित्र और लिखित सामग्री होने पर मोबाइल का स्टोरेज भर जाएगा और विद्यार्थी को दूसरे दिन की सामग्री को पाने के लिए पुराना डाटा डिलीट करना पड़ेगा। आपको ऐसा नहीं लगता कि इस तरीके से पढ़ाई करने से बेहतर विद्यार्थी आपका डाटा डिलीट कर दे और पढे ही नहीं। और वे ऐसा ही करते भी होंगे, यह अलग बात है कि वह कभी उसको जाहिर नहीं होने देंगे।
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समस्या: प्रबंधन की भीषण दुर्रव्यवस्था
ऐसा नहीं है कि यह दुर्गति केवल विद्यार्थी की ही हो रही है। बल्कि आप खुद भी परेशान हो रहे हैं। अलग-अलग टीचर अपने घरों पर बैठकर शिक्षण सामग्री बनाते हैं और वो फोन पर ही अपनी सामग्री रोजाना आपको भेजते हैं। और आप उसे निर्धारित विद्यार्थी को भेज देते हैं। पर क्या मैं अगर आपसे पूछूं कि आपने पिछले 10 दिन पहले विज्ञान विषय में कक्षा 9 के विद्यार्थी के सेक्शन सी में क्या होमवर्क दिया गया था तो मैं मान सकता हूं कि आप सुपरकंप्यूटर नहीं है आप नहीं बता पाएंगे। और इसी कारण से डिजिटल प्रबंधन ऐच्छिक नहीं है बल्कि आज के समय में अनिवार्य हो गया है।
प्रबंधन की कहानी बस यहीं तक खत्म नहीं होती है मेरा एक और सवाल है कि गणित विषय के कक्षा सातवीं ए में आदित्य मिश्रा बच्चे ने आपना होमवर्क किया है या नहीं यह आप कैसे जानेंगे? और हां एक और सवाल नेहा जो कक्षा पांचवी बी की छात्रा है उसे आपके 8 दिन पहले दिए हुए होमवर्क में कुछ समस्या है अब यह समस्या उनके शिक्षक तक आप कैसे पहुंचा पाएंगे।
ऊपर दिए गए दोनों समस्याओं का निवारण और समाधान का माध्यम है कि आप अपने होमवर्क के पूरे सिस्टम को केंद्रित ई-होमवर्क प्रणाली के तहत सुचारू रूप से करना शुरू कर दें।
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क्या है यह केंद्रित ई-होमवर्क प्रणाली?
केंद्रित ई-होमवर्क प्रणाली के तहत आप विद्यार्थियों की दुर्गति और अपने स्कूल के प्रबंधन के दुर्रव्यवस्था को ठीक कर सकते हैं। इस प्रणाली के तहत आपको तीन लॉगइन दिया जाएगा क्रमशः एडमिन, शिक्षक और विद्यार्थी तीनों का होगा।
एडमिन अपने लॉगइन में विद्यार्थियों के नाम के साथ उनका मोबाइल नंबर भी सेव करेंगे। उसके बाद अपने स्कूल में चल रहे सारी कक्षाओं का विवरण सेक्शन सहित सेव करेंगे। अब कक्षा और सेक्शन के साथ उनके विषयों का चयन करेंगे जो विषय उन कक्षा में पढ़ाई जाती है।
इतना करने के बाद प्रतिदिन होमवर्क हर कक्षा और उसके सेक्शन के विषय के साथ दर्ज करेंगे। यह सुविधा स्कूल के एडमिन के पास तथा शिक्षक के पास भी उपलब्ध रहेगी। रोज की गई इंट्री का लेखा-जोखा आपके पास सुरक्षित रहेगा। आप किसी भी तारीख पर जाकर कोई भी इंट्री को देख, डिलीट, एडिट कर सकते हैं।
अंतिम और आखरी लॉगिन विद्यार्थियों का होगा। जिसमें विद्यार्थी अपना मोबाइल नंबर डाल कर रोज का होमवर्क आसानी से विषय बदल बदल कर देख सकेगा। साथ ही किसी भी तारीख का होमवर्क किसी भी विषय का वह आसानी से देख सकता है। हर दिन के होमवर्क के साथ नीचे एक रीमार्क का या अपना सवाल पूछे का एक विकल्प होगा। जहां विद्यार्थी आसानी से उस दिन के विषय के हिसाब से जो भी समस्या आई है वह दर्ज करके सेव कर देगा। फिर आसानी से उनके निर्धारित शिक्षकों के पास पहुंच जाएगा। ताकि वे एक बच्चे के सवालों का जवाब और उनके समाधान आसानी से दे सके।
बिजनेस नहीं तरीका बदलें कैम्पेन से जुड़े सवालों के लिए आप दिए हुए नंबर पर कॉल कर सकते हैं 9628092950, 9628092951 और जानकारी ले सकते हैं कि आप अपने व्यवसाय को तकनीक के माध्यम से किस तरीके से नए शिखर पर पहुंचा सकते हैं।