किसी भी मार्केट में आपको दोनों तरीके के डेवलपर मिलेंगे। कुछ डेवलपर महंगी और वही कुछ सस्ती वेबसाइट बनाते हैं। आमतौर पर लोगों को ऐसा लगता है की वेबसाइट का एक रेट निहित है। जिसमें छोटी से लगकर बड़ी से बड़ी वेबसाइट बनाकर तैयार की जा सकती है। पर अगर आप इसकी गहराई तक जाएंगे तब आपको मालूम चलेगा ऐसी तमाम चीजें हैं जिसकी वजह से आपकी वेबसाइट का रेट ₹5000 से लेकर ₹5,00,000 तक भी हो सकता है।
जिस तरीके से आपने मोटरसाइकिल ब्रांड की अलग-अलग रेट की मोटरसाइकिल देखी होगी ठीक उसी प्रकार वेबसाइट भी अलग-अलग रेट की अलग-अलग तरीके से बनाई जा सकती है। उदाहरण के तौर पर देखते हैं कि जैसे बजाज ब्रांड की आपको प्लैटिना भी मिलती है और महंगी में चले जाए तो पलसर भी मिलती है। यहां पर आप ही अच्छे से जानते होंगे की पल्सर डिस्कवर के मुकाबले में कहीं ऊपर रहती है। ठीक उसी प्रकार वेबसाइट भी किसी कंपनी में ही अलग अलग तरीके की और अलग अलग रेट की बनाई जा सकती है।
हम बात कर रहे थे कि सस्ती वेबसाइट आपके लिए कैसे नुकसानदेह हो सकती है।
वेबसाइट को बनाने में अलग-अलग तरीके की चीजें लगती है। जैसे वेबसाइट के डिजाइन किए हुए पेजेस, होस्टिंग सर्वर, डोमेन और वेबसाइट की मेंटेनेंस की सेवा। ऊपर बताई गई चार चीज आपको छोटी सी छोटी वेबसाइट बनाने के लिए भी जरूरी है। नीचे में कुछ पॉइंट बनाना चाहता हूं जिसे आपको समझ में आ जाएगा कि सस्ती वेबसाइट आपके लिए कैसे नुकसानदेह हो सकती है।
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अगर आप किसी अनुभवहीन कंपनी या फिर किसी अनुभवहीन डिज़ाइनर या डेवलपर को अपनी ब्रांडेड वेबसाइट बनाने का अवसर देते हैं तो होगा यह कि उसके डिजाइन की हुई पेजेस आपके लिए व्यर्थ साबित हो सकती है। अनुभवहीन हो सकता है कि आप अपने जीवन काल का पहला वेबसाइट आपके ही ब्रांड से शुरू कर दे। अगर ऐसा वास्तव में है तो फिर आप सुनिश्चित कर लीजिए कि आप की वेबसाइट किसी काम की नहीं ही बनने वाली है। थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में आप अपने ब्रांड को किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में सौंप रहे हैं जो आपकी लुटिया डुबोने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। इस परिस्थिति को मैं जरा विस्तार से बताने की कोशिश करता हूं। मान लेते हैं कि सुनील के पास एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है जिसकी वेबसाइट वह बनवाना चाह रहे हैं। ऐसे में सुनील ने गूगल करके किसी कंपनी का नंबर निकाला और उन्हें बिना जाने सोचे कॉल करके रेट जाने की कोशिश की। सुनील ने पांच कंपनियों के लिस्ट निकालकर सबसे सस्ती कंपनी को अपनी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी का ब्रांडेड वेबसाइट बनाने के लिए चुन लिया। परंतु क्या सुनील ने अपनी चुनी हुई को अपने पुराने बनाए हुए किसी प्रोजेक्ट को दिखाने के बारे में पूछा? इसका जवाब होगा नहीं। फिर आप खुद समझदार हैं कि सुनील की वेबसाइट उनके चुने हुए डेवलपर अपने अनुभवहीनता से किस प्रकार बना कर देंगे।
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सस्ते वेबसाइट डिजाइनर आमतौर पर एक घटिया सर्वर खरीदते हैं। ऐसे सर्वर ज्यादातर समय चालू ही नहीं रहते। अब इसका खामियाजा क्या होगा यह मैं आपको सुनील के परिपेक्ष्य बताता हूं। किसी भी तरीके से सुनील दे मान लीजिए वेबसाइट अच्छी बनवा भी ली फिर भी अगर सर्वर बेहतर नहीं है तो ज्यादातर समय अगर आप ही ग्राहक आपकी वेबसाइट पर जाते भी हैं तो भी वह आपकी इस वेबसाइट पर दिए हुए कंटेंट को पढ़ने में असमर्थ होंगे। ऐसी परिस्थिति में आपके और आपके ब्रांड के रेपुटेशन पर भी सवालिया निशान खड़ा कर सकते हैं।
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सस्ते वेबसाइट डिजाइनर मुख्य तौर पर स्वयं ही शक्तिमान की तरीके से हर स्वरूप में काम करने को तत्पर रहते हैं जिससे वह सारे के सारे पैसे अपने पास ही लेकर गटक सकें। इस परिस्थिति को मैं जरा विस्तार से समझाता हूं एक वेबसाइट को डिजाइन करने में ग्राफिक डिजाइनर, वेब डिजाइनर, वेब डेवलपर और कंटेंट राइटर तो होने बेहद आवश्यक है। सारे काम एक ही आदमी के करने में आपकी वेबसाइट निहायत ही बकवास जैसी बन जाएगी। जिन चार स्तंभ के नाम मैंने लिए हैं जैसे ग्राफिक डिजाइनर, वेब डिजाइनर, वेब डेवलपर तथा कंटेंट राइटर यह किसी भी वेबसाइट को अलग अलग और अपने कार्यों के अनुसार बेहतर से बेहतरीन बनाने में मददगार साबित होते हैं। इन चारों में से किसी की भी अनुपस्थिति में आपके वेबसाइट में उस व्यक्ति विशेष द्वारा की गई कमियां जगजाहिर होने लगेंगी।
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आखिरी और अंतिम बात सस्ती वेबसाइट बनाने वाली कंपनियां या फिर फ्रीलांसर अपने ग्राहकों भूल ही जाते हैं। यह मतलब है आपकी वेबसाइट बनाने के बाद वो न आपको कभी कॉल करेंगे और ना ही आपके फोन को उठाएंगे। जिसका मतलब है ऐसी कंपनियां आपको देने के बाद इसकी कोई गारंटी लेने का जिम्मा नहीं उठाते हैं। कंपनियां या फिर फ्रीलांसर आपकी वेबसाइट को और बेहतर के साथ-साथ बेहतरीन बनाने के लिए कोई कदम उठाने से परहेज करते हैं। इस बात को मैं जरा विस्तार से बताता हूं ऐसी कंपनियां इसलिए करती हैं क्योंकि वह अपनी क्षमता के बराबर की वेबसाइट आपको पहले से ही दे चुकी हैं। आप की काउंसलिंग की दशा में वह आपकी बताई गई नई सुविधाओं से लैस वेबसाइट बना ही नहीं पाएंगे।
ऊपर चार पॉइंट्स जो मैंने बताए हैं उससे बचने का एक आसान और सुरक्षित तरीका यह है कि अपने ब्रांडेड वेबसाइट को किसी भी अनुभवहीन डेवलपर या डिजाइनर को देने से पहले यह सुनिश्चित करले कि उन्होंने अपने जीवन काल में आपके व्यवसाय से जुड़ी हुई कोई भी वेबसाइट क्या कभी बनाई है अथवा नहीं।
कोड्स-जेश्चर डॉट कॉम सिर्फ आपकी वेबसाइट को बेहतर बनाती है बल्कि समय-समय पर आपके और आपके व्यवसाय के लिए काउंसलिंग भी किया करती है। जिससे आप अपनी सेवाओं और प्रोडक्ट को नियमित रूप से अपने ग्राहकों तक डिजिटल माध्यम से पहुंचा सके व आपके कस्टमर भी आपसे आसानी से जान सुन वह समझ सके।
कोड्स-जेश्चर डॉट कॉम ही एक मात्र ऐसी कंपनी है जिसके पास पूरे शहर में सबसे ज्यादा वेबसाइट चल रही है। इसी के साथ साथ हमारे ही पास शहर के नामी ब्रांड की वेबसाइट भी निरंतर बनती रहती है। कोड्स-जेश्चर डॉट कॉम शहर की एक मात्र ऐसी कंपनी है जिसके पास सबसे मजबूत ग्राफिक डिजाइनिंग टीम, सबसे मजबूत वेबसाइट डिजाइनिंग टीम, साथ ही साथ सबसे मजबूत वेब डेवलपमेंट टीम भी है। और इसी के वजह से हम डिजाइनिंग और डेवलपमेंट में शहर में सबसे ऊपर रहते हैं। पिछले 5 वर्षों के कार्यकाल में हमने सबसे ज्यादा कस्टमर की संतुष्टि पर काम किया। और इसी वजह से हमारे पास लगभग 90% कस्टमर संतुष्ट रहते हैं।
अगर आप अपनी वेबसाइट या फिर सॉफ्टवेयर बनवाना चाहते हैं तो आप दिए गए नंबर पर कॉल करके अपने अपॉइंटमेंट बुक करा सकते हैं। जहां आपको आपके व्यवसाय विशेष को ध्यान में रखकर आपकी वेबसाइट को बनाया जाएगा। कॉल: 9628092950, 9628092951, 9451227018