तकनीक को इस्तेमाल करें शिकार न बनें।
डिजिटल होना जरूरी है। डिजिटल सेवाएं लेना जरूरी है। पर खुद को डिजिटल सुदृण करने के लिए कुछ जानकारी अवश्य रखें। देखिये आप अगर आईटी के जानकार हैं तो घरों में डिनर करते वक़्त एक बार अपने पत्नी और बच्चों से भी डिजिटल हो रही ठगी के बारे में सचेत करें। पुराने जमाने में जैसे आपकी तिजोरी होती थी आज आपकी ओटीपी और एटीएम पिन ही उस तिजोरी की चाभी है। घरों में जागरूकता फैलाएं। देखिये हम केवल और केवल एहतियात बरतकर ही बहुत सारी ठगी रोक सकतें हैं। मैं कोड्सजेस्चर की आफिस में बैठे लगातार ऐसी सूचनाओ को सुनता रहता हूँ। आईटी में जानकारी होने के चलते लोग सबसे पहले हमें सूचित करते। लेकिन तब तक देर हो जाती। घरों में खास तौर पर बुजुर्ग लोगों को समझाएं झल्लाये नहीं उन्हें एटीएम चलाना सिखाएं। वरना ये जान लीजिए आपकी मेहनत की कमाई ये ठग एक झटके में उड़ा ले जाएंगे। और आप केवल बैंक और पुलिस के चक्कर काटते काटते थक जाएंगे। न तो ये ठग प्रोफेशनल क्रिमिनल होते हैं जिनका पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड हो। ये बिल्कुल डिजिटल स्लीपर सेल जैसे होते हम आप की ही तरह। तो सतर्क रहना ही विकल्प है। शहर अपना है इसके लोग अपने शहर की सबसे बड़ी आईटी कंपनी कॉड्सजेस्चर के निदेशक होने के कारण ये और भी दुखद लगता कि हमारे शहर के लोग लूटे जा रहे। हम और पूरी कॉड्सजेस्चर टीम आपको ये भरोसा दिलाती है बहुत जल्द ही हमारा एक कैंपेन इन समाज के कीटाणुओं को समाप्त करने की ओर होगा।
बहरहाल आप त्वरित तौर पर ये सारी बातें अपने घरों में जरूर बताएं
1. ओटीपी, सीवीवी या सिक्योरिटी जानकारी किसी को भी न दें। शहर में बढ़ रहे डिजिटल ठग से रहे सतर्क। तकनीक आपको और आपकी सुविधाओ को बढ़ाने के लिए लाई गई है, शिकार बनने के लिए नहीं।
2. कोई भी एसएमएस किसी अनजान को भेजने से पूर्व ये जांच परख लें कि आखिर वो एसएमएस में कोई गुप्त जानकारी को अनजाने में आप किसी अजनबी को तो ट्रांसफर नहीं कर रहें।
3. किसी भी सेकंड हैंड शोपींग वेबसाइट जैसे ओएलएक्स से समान के खरीदने से पूर्व किसी को भी कोई एडवांस या रकम ना दें। कोशिश करें कि समान के बदले पैसा त्वरित तौर पर हो। किसी भी लालच या लुभावने दलीलों में ना फंसे।
4. अगर आपका फ़ोन कहीं अचानक गुम हो गया है। तो आप तुरंत जाकर बैंक में अपना नंबर बदलाव करवा लें। साथ ही पुलिस की गुमसुदा वस्तु पोर्टल पर जाकर सूचना देकर निःशुल्क एफ़आईआर की कॉपी भी निकाल लें।
5. एटीएम गिर जाने की स्थिति में हर बैंकों के टोलफ्री नंबर होते हैं उनपर फ़ोन करके सूचित कर दें। साथ ही ये भी बताए कि मेरा एटीएम ब्लॉक करने की कृपा करें। ऐसा करके आप तत्काल कोई भी लेनदेन एटीएम से होने से बच जाएंगे।
6. अंत में किसी भी भ्रामक या मूल्य से अधिक लाभ देने वाली बात करे तो चौकन्ना हो जाये आप ठगी के बेहद करीब है।
ऊपर दी गयी बातें आज ही अपने घर और दोस्तों से शेयर करिये। हमारी टीम जल्द ही शहर में कैंपेन भी शुरू करेगी जिसकी जानकारी आपको CodesGesture पेज के माध्यम से दे दी जाएगी।
चौकन्ना रहिये और सुरक्षित रहिये
जय हिन्द